जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आधुनिक एक्सरे मशीन, मरीजों को मिलेगा राहत।
कानपुर/नीरज बहल : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के लाला लाजपत राय चिकित्सालय (हैलेट) में इलाज कराने आने वाले मरीजों को अब आधुनिक डिजिटल रेडियोग्राफी सिस्टम (डी.आर.एस) का लाभ मिलेगा। इस नई सुविधा के चलते मरीजों को इमरजेंसी और रेडियोलॉजी विभाग के चक्कर लगाने से छुटकारा मिलेगा। ओपीडी के वार्ड नंबर 8 में यह मशीन स्थापित की गई है, जिससे मरीजों को वहीं पर एक्सरे कराने की सुविधा उपलब्ध होगी।
मशीन की खासियत:
- मरीज को लेटाने पर पूरे शरीर का एक्सरे स्कैन करके तुरंत रिपोर्ट तैयार होगी।
- डॉक्टर जहां भी होंगे, मोबाइल पर एक्सरे की लाइव रिपोर्ट देख सकेंगे।
- मरीजों को इमरजेंसी और रेडियोलॉजी विभाग में जाने की जरूरत नहीं होगी।
- समय की बचत होगी और इलाज में तेजी आएगी।
प्रमुख अधीक्षक डॉ. आर.के. सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग एक करोड़ की लागत से यह अत्याधुनिक मशीन अस्पताल में स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि इस नई तकनीक से मरीजों को बेहतर और त्वरित इलाज उपलब्ध होगा।
डिजिटल रेडियोग्राफी सिस्टम (डी.आर.एस) कैसे काम करता है?
- मरीज को मशीन पर लेटाया जाता है।
- मशीन अपने आप ही पूरे शरीर का स्कैन कर लेती है।
- तुरंत डिजिटल एक्सरे तैयार हो जाता है।
- डॉक्टर मोबाइल या कंप्यूटर पर एक्सरे देख सकते हैं।
- बिना देरी के उपचार शुरू हो सकता है।
मरीजों को मिलेगा सीधा फायदा पहले मरीजों को इमरजेंसी और रेडियोलॉजी विभाग के चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे मरीज और उनके तीमारदारों को काफी परेशानी होती थी। अब, इस नई मशीन की वजह से पूरा एक्सरे वार्ड नंबर 8 में ही संभव होगा, जिससे मरीजों को जल्दी और बेहतर उपचार मिल सकेगा।
रोगियों के लिए बड़ा फायदा
- बिना अतिरिक्त भागदौड़ के वार्ड में ही एक्सरे उपलब्ध।
- डॉक्टर दूर रहकर भी तुरंत रिपोर्ट देख सकते हैं।
- रिपोर्ट की गुणवत्ता उच्च स्तर की होगी, जिससे बेहतर इलाज संभव।
- मरीजों को अस्पताल में अनावश्यक घूमने से राहत।
यह अत्याधुनिक डिजिटल रेडियोग्राफी सिस्टम (डी.आर.एस) अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। इस प्रणाली से न केवल इलाज की प्रक्रिया तेज होगी, बल्कि मरीजों को भी त्वरित लाभ मिलेगा। हैलेट हॉस्पिटल की यह पहल मरीजों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।