हाइलाइट्स :

  • जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आधुनिक उपकरणों की सौगात, मरीजों को अब नहीं जाना पड़ेगा लखनऊ पीजीआई।
  • 40 लाख की लागत से आई नई पैथोलॉजी मशीन, 10 दिनों में मिलेगी बायोप्सी रिपोर्ट।
  • जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने प्रेसवार्ता में दी बड़ी जानकारी।
  • हैलेट अस्पताल हुआ हाईटेक, लिवर ट्रांसप्लांट की जल्द मिलेगी सुविधा।
  • कानपुर में बना कार्निया बैंक, अब 5 दिनों तक सुरक्षित रहेगा कार्निया।

कानपुर/नीरज बहल : जीएसवीएम (G.S.V.M.) मेडिकल कॉलेज अब अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस हो गया है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ. संजय काला ने एक प्रेसवार्ता के दौरान पिछले एक वर्ष में हॉस्पिटल द्वारा प्राप्त उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से जुड़े लाला लाजपत राय हॉस्पिटल, मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल, जच्चा-बच्चा एवं बाल रोग विभाग का कायाकल्प किया गया है। अस्पताल को आधुनिक उपकरणों से लैस कर दिया गया है, जिससे अब मरीजों को लखनऊ पीजीआई और एम्स जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

मेडिकल कॉलेज में हाईटेक सुविधाओं की सौगात:
प्राचार्य ने जानकारी दी कि जल्द ही अस्पताल में लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके साथ ही कार्निया बैंक भी तैयार हो गया है, जहां अब कार्निया को एक दिन की बजाय पांच दिन तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। यह सुविधा 4 मरीजों को लाभ पहुंचाएगी।

40 लाख की लागत से आई नई पैथोलॉजी मशीन:
प्रेसवार्ता में पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह ने बताया कि विभाग में 40 लाख की लागत से एक अत्याधुनिक मशीन स्थापित की गई है। यह मशीन एक बार में 100 मरीजों की स्लाइड जांच करने में सक्षम है और बायोप्सी की रिपोर्ट अब 10 दिनों के भीतर मिल सकेगी। पहले इस प्रक्रिया में कई सप्ताह लग जाते थे, जिससे मरीजों को कठिनाई होती थी। यह मशीन सीएसआर फंडिंग से प्राप्त की गई है।

उपस्थित अधिकारी और विशेषज्ञ:
प्रेसवार्ता के दौरान उप-प्राचार्या डॉ. ऋचा गिरी, प्रमुख अधीक्षक डॉ. आर.के. सिंह, नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन, ब्लड बैंक विभागाध्यक्ष डॉ. लुबना खान, स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रेनू गुप्ता, मीडिया प्रभारी डॉ. सीमा द्विवेदी समेत वरिष्ठ फैकल्टी मौजूद रही।

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