हाइलाइट्स :
- कानपुर में पहली बार आयोजित हो रही हर्निया कॉन्फ्रेंस
- देशभर से 300+ सर्जन ले रहे हैं भाग
- सफल प्रतिभागियों को मिलेगी फैलोशिप की उपाधि
कानपुर/नीरज बहल :
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हाइलाइट्स :
कानपुर/नीरज बहल :
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर में शुक्रवार को तीन दिवसीय राष्ट्रीय हर्निया कॉन्फ्रेंस का भव्य शुभारंभ हुआ। इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कानपुर सर्जिकल क्लब एवं जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा इंडियन एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंडोसर्जन और एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में किया गया।
कॉन्फ्रेंस में हर्निया जैसी आम लेकिन जटिल बीमारी की नवीनतम ऑपरेशन तकनीकों, उससे जुड़ी जटिलताओं और सुरक्षा उपायों पर देशभर के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपने विचार साझा किए।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा,
“यह कॉन्फ्रेंस चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में कानपुर के योगदान को और सशक्त बनाएगी। इसका लाभ न सिर्फ चिकित्सकों को, बल्कि आम जनता को भी मिलेगा।”
कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ. शिवांशु मिश्रा ने बताया कि
“उत्तर प्रदेश में पहली बार इस स्तर की हर्निया कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है। यह फॉल्स इंडिया प्रोग्राम तीन दिवसीय होगा, जिसके अंत में प्रतिभागियों की एक परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा में सफल डॉक्टरों को फैलोशिप की उपाधि प्रदान की जाएगी।”
इस कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए 300 से अधिक सर्जन भाग ले रहे हैं, जो हर्निया सर्जरी की नई तकनीकों में निपुणता हासिल करना चाहते हैं।