वृक्ष बचाओ अभियान की समीक्षा बैठक की गई
कानपुर। बरसात चालू होते ही कानपुर प्राणी उद्यान में बने जंगल सफारी को दर्शकों के लिए बंद कर दिया जाता है। जिनसे उनका जंगली जीव जंतु से खतरा न हो सके। बुधवार को दोबारा फिर से प्राणी उद्यान का राज्य मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने उद्घाटन कर चालू किया। अब दर्शक जंगल सफारी का भी आनंद ले सकेंगे। आने वाले सर्दियों के मौसम में शहरवासी देसी-विदेशी पक्षियों समेत अन्य वन्यजीवों को आसानी से देख सकते हैं। जंगल सफारी के अंदर बने वाच टॉवर और झील के ऊपर बने लकड़ी के पुल पर खड़े होकर पक्षियों और धूप सेंकते घड़ियाल देख दर्शक रोमांचित हो उठे। चिड़ियाघर के अंदर करीब 32 हेक्टेयर में जंगल सफारी फैला है। जंगल सफारी के प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 100 रुपए 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए 50 रुपए शुल्क देना होगा। दर्शकों की सुरक्षा के लिए जंगल सफारी में कोई भी व्यक्ति अकेले नहीं जा सकता ग्रुप बनाकर जाने की है अनुमति,डाॅ राज्य मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने जिस दौरान सभी छह जनपदों निदेशक वन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि वृक्ष बचाओ अभियान के अंतर्गत बात को ध्यान रखा जाए की 3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर अभियान चलना है, लेकिन हमको हर संभव प्रयास के साथ वृक्षों की सुरक्षा करना हैं। जिस दौरान सभी वन अधिकारियों ने एकजुट होकर वृक्ष की रक्षा की शपथ ली। इस दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी,के साथ अशोक कुमार,एन रविन्द्रा,कृष्ण कृष्ण कुमार सिंह, दिव्या,आयुषी मिश्रा,अतुलकान्त शुक्ला,ए के द्विवेदी, हेमन्त सेठ,आर के सिंह,डॉ महेश कुमार तिवारी,नवेद इकराम, विश्वजीत सिंह तोमर, के साथ प्राणी उद्यान के सदस्य मौजूद रहे।