कानपुर पहुंचे अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पर किया पलटवार
कानपुर/मोहित पांडेय : सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी नसीम सोलंकी के समर्थन में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनावी जनसभा को संबोधित करने आज चुन्नीगंज जीआईसी ग्राउंड पहुंचे, अखिलेश जैसे ही मंच पर पहुंचे युवाओं ने जोश के साथ अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगाए। इस दौरान अखिलेश ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर को लेकर जो टिप्पणी की है। ऐसी टिप्पणी सरकार के खिलाफ बहुत कम आती है। ऐसे बहुत कम फैसले होते हैं। जिसमें सरकार को जुर्माना देना पड़ता है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार पर बुलडोजर से घर गिरने पर 25 लाख का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। जिन्होंने बुलडोजर चला कर घर गिराने का काम किया है। चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि व्यक्ति विचार से संत होता है वस्त्र से नहीं, जिनके विचार अच्छे नहीं हैं वह संत नहीं है अखिलेश ने कहा, बटोगे तो कटोगे का नारा अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। अंग्रेज चले गए, लेकिन उनके वचन वंशी और विचारवंशी आज भी हैं और फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रहे हैं। अयोध्या का चुनाव टालने पर सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी के लोग चुनाव से डरे हुए हैं। मुख्यमंत्री खुद तीन बार अयोध्या गए और जब पता चला कि चुनाव हार रहे हैं तो अयोध्या में विधानसभा उपचुनाव टाल दिया, कानपुर में भी आज मतदान होना था, इसे भी टाल दिया। ऐसे डरे हुए लोगों का हिसाब 20 तारीख को करना है।
अखिलेश ने कहा, अब किसी गरीब का घर नहीं टूटेगा। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी चेताया कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से भी समझ जाएं और योगी सरकार के पूर्व डीजीपी ने भी कहा है कि ऐसे अधिकारियों को बाद में जांच का सामना करना पड़ेगा तब उन्हें कोई नहीं बचाएगा। उन्होंने कहा कि इरफान सोलंकी से जेल में मिलने आया तो उनको महाराजगंज जेल भेज दिया गया। ऐसा फैसला करने वाले अधिकारी भी सोचें कि जैसा व्यवहार आपका है, वैसा ही जब हमारी सरकार आएगी तो हमारा भी व्यवहार होगा। कि बीजेपी के लोग चुनाव से डरे हुए हैं। मुख्यमंत्री खुद तीन बार अयोध्या गए और जब पता चला कि चुनाव हार रहे हैं तो अयोध्या में विधानसभा उपचुनाव टाल दिया, कानपुर में भी आज मतदान होना था, इसे भी टाल दिया। ऐसे डरे हुए लोगों का हिसाब 20 तारीख को करना है।