हाइलाइट्स :
- चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू, इस साल 8 दिन की होगी नवरात्रि
- भक्तों की भारी भीड़, मंदिरों में गूंजे माता रानी के जयकारे
- कानपुर के तपेश्वरी मंदिर का रामायण काल से है गहरा संबंध
- माता सीता ने लव-कुश का कराया था यहीं मुंडन
- प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए की विशेष व्यवस्था
- पूजन सामग्री की दुकानों में बढ़ी रौनक, भक्तों ने की जमकर खरीदारी
- नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा, मंदिरों में हुआ विशेष अनुष्ठान
चैत्र नवरात्रि का हुआ शुभारंभ, भक्तों की आस्था उमड़ी:
कानपुर/नमन अग्रवाल : चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ आज, 30 मार्च 2025, रविवार से हो गया है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 8 दिनों की होगी, क्योंकि द्वितीया और तृतीया तिथि एक ही दिन पड़ रही है। नवरात्रि का समापन 6 अप्रैल 2025, रविवार को होगा।
शहर के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर तरफ माता रानी के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है। श्रद्धालु कलश स्थापना, अखंड ज्योति प्रज्वलित कर नवरात्रि व्रत का शुभारंभ कर चुके हैं।
🔹 कानपुर के तपेश्वरी मंदिर का ऐतिहासिक महत्व:
कानपुर के बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी मंदिर ऐतिहासिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। इस मंदिर का संबंध रामायण काल से बताया जाता है। मान्यता है कि वनवास काल में माता सीता ने अपने बेटों लव और कुश का मुंडन यहीं कराया था।
इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां श्रद्धालुओं को एक साथ चार देवियों के दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है। भक्तों का मानना है कि जो महिलाएं संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं, उनके लिए यह मंदिर विशेष रूप से फलदायी है।
भक्त विजय चौरसिया ने अपनी मां के साथ मंदिर में दर्शन किए और मां तपेश्वरी का आशीर्वाद लिया।
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🔹 प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना:
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। कानपुर के प्रमुख देवी मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। भक्तों ने पूजा-अर्चना कर मां से सुख-समृद्धि की कामना की।
प्रशासन ने मंदिरों में भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। मंदिरों के आसपास सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
🔹 बाजारों में पूजन सामग्री की धूम:
नवरात्रि के अवसर पर बाजारों में भी रौनक देखते ही बन रही है।
✅ मां की चुनरी, नारियल, रोली, पान, धूपबत्ती और अगरबत्ती की बिक्री तेज़
✅ कुट्टू आटा, साबूदाना, फलाहारी नमकीन और फल की दुकानों में बढ़ी भीड़
✅ मंदिरों में चढ़ाने के लिए लौंग, सुपारी, कपूर की भी जमकर खरीदारी
🔹 प्राचीन मंदिरों में मेले और सजावट:
🎡 देवी मंदिरों में विशेष रंगाई-पुताई और साफ-सफाई कर भव्य सजावट की गई है।
🎡 प्राचीन मंदिरों में मेले भी लग चुके हैं, जहां श्रद्धालु पूजा के साथ-साथ मेले का आनंद भी ले रहे हैं।
🔹 अखंड ज्योति जलाने की परंपरा:
मान्यता है कि नवरात्रि में संकल्प लेकर अखंड ज्योति जलाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
👉 आप सभी को चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं! जय माता दी! 🙏🔥