हाइलाइट्स :
- कानपुर में कार्निया आई बैंक बनकर तैयार, आधुनिक मशीनों से लैस!
- रोटरी क्लब ने दान में दी 1 करोड़ की मशीन!
- 50 लाख की लागत से बना आधुनिक आई बैंक भवन!
- एक कार्निया दान से चार लोगों को मिलेगा नया जीवन!
- नई तकनीक से होगी सेल काउंटिंग, ETO मशीन से उपकरण होंगे संक्रमण मुक्त!
कानपुर/नीरज बहल : कानपुर में कार्निया आई बैंक के निर्माण की प्रक्रिया 12 अक्टूबर 2024 को भूमि पूजन के साथ प्रारंभ हुई थी, जो महज पाँच महीने में पूरी तरह तैयार हो गई। इस आई बैंक को अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया गया है, जिससे नेत्रदान की प्रक्रिया और अधिक सटीक और प्रभावी होगी।
रोटरी क्लब ने इस नेक पहल में बड़ा योगदान देते हुए 1 करोड़ रुपये की मशीन दान में दी है, जिससे नेत्रदान के बाद कार्निया की गुणवत्ता की जांच की जा सकेगी। इसके अलावा, 50 लाख रुपये की लागत से आधुनिक आई बैंक भवन का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है।
चिकित्सकों के अनुसार, एक कार्निया दान करने से चार लोगों की आंखों की रोशनी लौटाई जा सकती है। इसके अलावा, इस आई बैंक में इंटरनेशनल स्तर की मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं, जो सेल काउंटिंग करने में मदद करेंगी। इससे डॉक्टरों को बेहतर गुणवत्ता वाले कार्निया की पहचान करने में सहायता मिलेगी।
आई बैंक में LFF (लेमिनर फ्लो फ्लूड) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे कार्निया की सफाई और स्टोरेज की प्रक्रिया बेहतर होगी। इसके अलावा, बैंक को ETO मशीन भी प्रदान की गई है, जो उपकरणों पर लगे जीवाणुओं को पूर्ण रूप से साफ कर देगी।
यह अत्याधुनिक आई बैंक उन मरीजों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है, जो दृष्टिहीनता का सामना कर रहे हैं। कार्निया प्रत्यारोपण की प्रक्रिया अब और भी सुरक्षित और प्रभावी होगी, जिससे लोगों को नया जीवन मिल सकेगा।