⚡कानपुर में जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण, सीएमओ ऑफिस में मचा हड़कंप
⚡34 कर्मचारी अनुपस्थित, जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के दिए आदेश
⚡स्वच्छता पर जिलाधिकारी का जोर, अस्पताल और ऑफिस को स्वच्छ रखने के निर्देश
⚡डूडा द्वारा निर्मित आवासों का निरीक्षण, अधूरे कामों पर सख्त चेतावनी
⚡दोबारा लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई - जिलाधिकारी 

कानपुर/नमन अग्रवाल : मंगलवार सुबह 10:10 बजे कानपुर के जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह (Kanpur DM Jitendra Pratap Singh) मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका की जांच की, जिसमें 101 चिकित्सकों और कर्मियों के नाम दर्ज थे, लेकिन सीएमओ समेत 34 अनुपस्थित पाए गए।

जिलाधिकारी की सख्त चेतावनी :
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सीएमओ की खाली कुर्सी के पास खड़े होकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब टीम का नेतृत्व करने वाला ही समय से नहीं आता, तो बाकी कर्मचारियों की स्थिति समझी जा सकती है। डीएम ने स्पष्ट किया कि सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोका गया है और आगे भी ऐसे औचक निरीक्षण जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जो अधिकारी और कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं आएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

डूडा द्वारा निर्मित आवासों का निरीक्षण:
सीएमओ ऑफिस के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने सजारी स्थित डूडा द्वारा निर्मित कराए जा रहे आवासों का भी जायजा लिया। स्वीकृत 1100 से अधिक आवासों में से मात्र 709 ही तैयार होने की जानकारी मिली। इसके अलावा, केस्को और नगर निगम के कई कार्य अधूरे पाए गए, जिससे इन आवासों में रिहायश संभव नहीं हो सकी है।

जिलाधिकारी की कड़ी कार्रवाई:
डीएम ने कहा कि इस लापरवाही के लिए सभी जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई तय की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने का निर्देश दिया और कहा कि जिले में प्रशासनिक अनुशासन बनाए रखने के लिए औचक निरीक्षण जारी रहेंगे।

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