संवाददाता मोहित पाण्डेय
कानपुर/प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियां जोरों पर हैं.इस ऐतिहासिक और विशाल आयोजन को सफल बनाने के लिए रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर कई विशेष कदम उठाए हैं. और इस बार भारतीय रेलवे ने नई योजनाएं बनाई हैं रेलवे ने कुल ₹5000 करोड़ की लागत से प्रयागराज और इसके आसपास के नौ प्रमुख स्टेशनों को विकसित करने का निर्णय लिया है. इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को आधुनिक बनाने के साथ भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष तकनीकें अपनाई गई हैं, महाकुंभ की तैयारियां केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार प्राथमिकता के आधार पर कर रही है वहीं भारतीय रेल जिसको की देश की जीवन रेखा माना जाता है। वह भी तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। महाकुंभ 2025 आगाज के लिए कुछ ही दिन शेष बचे है शाही स्नान मकर संक्रांति को होगा लगभग दो माह चलने वाले इस महापर्व में लगभग 30 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है भारतीय रेलवे पर यात्रियों अपार भीड़ का दबाव रहेगा। सुरक्षा यात्रा प्रबंध तथा रूट डाइवर्जन आदि विषयों पर बात करने के लिए भारतीय रेलवे के डी सी एम प्रयागराज मंडल हिमांशु शुक्ला और कानपुर सेंट्रल स्टेशन के सहायक वाणिज्य प्रबंधक संतोष त्रिपाठी ने आज रविवार को पत्रकारों से बात चीत में बताया कि महाकुंभ में रेलवे तरफ से खास इंतजाम करे गए है। और विशेष योजना बनाई है। रेलवे पूरी तरह से तैयार है महाकुंभ के लिए।
12 भाषाओं में सुविधा
महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बहुभाषी सूचना केंद्र विकसित किए हैं. इन केंद्रों में 12 भाषाओं में जानकारी उपलब्ध होगी, जिससे यात्री अपनी यात्रा, ठहरने और प्रमुख धार्मिक स्थलों तक पहुंचने की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे.
वॉच टावर और फेस रिकग्निशन सिस्टम
प्रयागराज जंक्शन पर वॉच टावर बनाया गया है, जहां से मैन्युअल और सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जाएगी. रेलवे ने लगभग 2000 कैमरे विभिन्न स्थानों पर लगाए हैं, जो एआई तकनीक का उपयोग करके भीड़ प्रबंधन में मदद करेंगे. असामाजिक तत्वों पर नज़र रखने और उनकी पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की ये तैयारियां न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाएंगी, बल्कि भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मानित करेंगी.
हर स्टेशन पर एक कंट्रोल रूम
उन्होंने कहा कि हर स्टेशन पर एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और इन सारे कंट्रोल रूम का मास्टर कंट्रोल रूम प्रयागराज स्टेशन पर बनाया गया है जहां सभी स्टेशन के लाइव फीड मिलेंगे. इनके अलावा, महाकुम्भ नगर और राज्य पुलिस से भी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से फीड यहां प्राप्त होगी.
बहुत तेजी के साथ टिकट देने की व्यवस्था
सभी स्टेशनों के साथ-साथ मेला क्षेत्र में यूटीएस, एटीवीएम, एमयूटीएस, पूछताछ और पीआरएस सहित कुल 542 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इनमें प्रयागराज जंक्शन पर ही 132 काउंटर बनाने की योजना बनाई गई है. ये सभी काउंटर प्रतिदिन लगभग 9,76000 टिकट प्रदान कर सकते हैं, इस प्रकार प्रति टिकट दो यात्रियों के हिसाब से प्रतिदिन लगभग 19,52,000 यात्रियों को यात्रा टिकट उपलब्ध करवाई जा सकती है.
भीड़ को कैसे करेंगे कंट्रोल
भीड़ नियंत्रण एवं प्रबंधन के लिए राज्य सरकार द्वारा विस्तृत यातायात योजना तैयार की गई है, जिसमें भारतीय रेलवे द्वारा व्यापक इनपुट दिया गया है.महाकुंभ मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक कंप्यूटर-तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें सिमुलेशन प्रोग्राम शामिल होंगे. महाकुंभ मेला अवधि के दौरान सभी स्टेक होल्डर्स के बीच निर्बाध संचार सुनिश्चित करने पर भी बहुत ध्यान दिया जा रहा है. मैन पावर के क्षेत्र में अतिरिक्त संसाधन भी जुटाए जा रहे हैं.